अपनी लाइफ से टॉक्सिक चीज़ों को कैसे हटाएँ? 6 स्टेप्स!

ज़िंदगी में टॉक्सिक चीज़ें – ये सुनते ही दिमाग में कुछ लोग, कुछ आदतें, या कुछ सिचुएशन्स आ जाते हैं, जो हमें चैन से जीने नहीं देते। एक बार मेरा दोस्त अपनी लाइफ से परेशान था। वो बोला, “यार, हर दिन कुछ न कुछ ऐसा होता है कि मन भारी हो जाता है।” मैंने पूछा, “क्या-क्या परेशान कर रहा है?” उसने बताया – एक दोस्त जो हमेशा नेगेटिव बातें करता था, ऑफिस का स्ट्रेस, और स्क्रॉलिंग की आदत। उस दिन मुझे लगा कि टॉक्सिक चीज़ें हमारी लाइफ में चुपके से घुस आती हैं, और हमें पता भी नहीं चलता।

“अपनी लाइफ से टॉक्सिक चीज़ों को हटाना” मतलब अपने मन, बॉडी, और लाइफ से वो सब निकालना जो हमें नीचे खींचता है। आज मैं तुझे 6 ऐसे स्टेप्स बताऊँगा, जो मैंने खुद ट्राई किए और मेरे दोस्तों ने भी आज़माए। ये स्टेप्स तेरी लाइफ को हल्का करेंगे और पॉजिटिविटी लाएँ

1. टॉक्सिक चीज़ों की लिस्ट बना

पहला स्टेप है – पता करो कि टॉक्सिक क्या है। मेरे एक दोस्त ने अपनी लाइफ को चेक किया। उसे लगा कि उसका एक कज़िन हमेशा उसकी बुराई करता था। वो सोचता था, “शायद ऐसा ही चलता है,” पर एक दिन उसने लिखा – “ये मुझे डाउन करता है।” फिर उसे साफ दिखा कि क्या हटाना है।

पहला स्टेप – टॉक्सिक चीज़ों की लिस्ट बना। लोग, आदतें, या सिचुएशन्स जो तुझे स्ट्रेस देते हैं, उन्हें लिख। साइकोलॉजी कहती है कि जब तू प्रॉब्लम को देख लेता है, तो उसे सॉल्व करना आसान हो जाता है।

क्या करें: एक कागज़ ले, 5 मिनट बैठ, और लिख – “ये लोग/चीज़ें मुझे परेशान करते हैं।” जैसे – “फलाना दोस्त, फोन स्क्रॉलिंग।”

2. टॉक्सिक लोगों से दूरी बनाओ

लाइफ में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बस नेगेटिविटी फैलाते हैं। मेरे दोस्त का एक को-वर्कर था, जो हर दिन शिकायत करता था – “ये गलत है, वो बेकार है।” मेरा दोस्त भी उदास रहने लगा। फिर उसने उससे बात कम की, और उसकी लाइफ में फर्क दिखा।

दूसरा स्टेप – टॉक्सिक लोगों से दूरी बनाओ। जो लोग तुझे जज करते हैं, नीचे खींचते हैं, या ड्रामा क्रिएट करते हैं, उन्हें लाइफ से कम कर। ये मुश्किल लगेगा, पर ज़रूरी है।

क्या करें: ऐसे लोगों को मैसेज/कॉल कम कर। अगर मिलना ज़रूरी हो, तो बात छोटी रख – “हाय, क्या हाल है? ठीक, मिलते हैं।”

Trending Post

3. अपनी स्क्रीन टाइम को कंट्रोल कर

फोन भी टॉक्सिक हो सकता है। एक बार मैं रात को 2 घंटे इंस्टा स्क्रॉल करता रहा। सुबह उठा तो सिर भारी, मूड खराब। फिर पता चला कि सोशल मीडिया की तुलना और नेगेटिव न्यूज़ मुझे डाउन कर रही थी।

तीसरा स्टेप – स्क्रीन टाइम को कंट्रोल कर। साइकोलॉजी कहती है कि ज़्यादा स्क्रीन टाइम दिमाग को थका देता है और टॉक्सिक थॉट्स बढ़ाता है। फोन को लिमिट कर, ताकि तेरा मन फ्रेश रहे।

क्या करें: दिन में 1 घंटा फोन लिमिट सेट कर। सोशल मीडिया ऐप्स को फोल्डर में डाल और नोटिफिकेशन्स ऑफ कर।

4. ना बोलना सीख

कई बार हम टॉक्सिक सिचुएशन्स में फँसते हैं, क्योंकि “ना” नहीं बोल पाते। मेरे एक दोस्त को उसका बॉस हर वीकेंड ओवरटाइम के लिए बोलता था। वो हाँ कहता रहा, पर अंदर से टूट रहा था। फिर उसने “ना” बोला, और उसकी लाइफ हल्की हो गई।

चौथा स्टेप – ना बोलना सीख। जो चीज़ तुझे स्ट्रेस दे, उसे मना कर। साइकोलॉजी में इसे बाउंड्रीज़ सेट करना कहते हैं। अपनी मेंटल पीस से समझौता मत कर।

क्या करें: अगली बार कुछ ऐसा आए जो तुझे सूट न करे, बोल – “सॉरी भाई, अभी टाइम नहीं है।” प्रैक्टिस से आसान हो जाएगा।

5. अपनी एनर्जी को रीचार्ज कर

टॉक्सिक चीज़ें हमारी एनर्जी चूस लेती हैं। मेरे दोस्त ने बताया, “यार, एक टॉक्सिक दोस्त से बात करने के बाद मैं थक जाता हूँ।” मैंने कहा, “भाई, अपनी बैटरी चार्ज कर।” उसने हर दिन 15 मिनट म्यूज़िक सुना, और फर्क दिखा।

पाँचवाँ स्टेप – अपनी एनर्जी को रीचार्ज कर। जो चीज़ तुझे खुश करे – म्यूज़िक, वॉक, या चाय – उसे टाइम दे। जब तू फ्रेश रहेगा, तो टॉक्सिक चीज़ों से लड़ना आसान होगा।

क्या करें: हर दिन 10-15 मिनट अपनी पसंद की चीज़ कर – जैसे गाना सुनो, टहलो, या दोस्त से हल्की बात करो।

6. पॉजिटिव चीज़ों को जगह दे

टॉक्सिक चीज़ें हटाने के बाद उनकी जगह खाली मत छोड़। मेरे दोस्त ने अपने टॉक्सिक दोस्त से दूरी बनाई, पर फिर वो अकेला फील करने लगा। मैंने कहा, “भाई, पॉजिटिव चीज़ें ला।” उसने नई हॉबी शुरू की – पेंटिंग। अब वो खुश रहता है।

छठा स्टेप – पॉजिटिव चीज़ों को जगह दे। नई दोस्ती, हॉबीज़, या गोल्स लाइफ में लाओ। साइकोलॉजी कहती है कि जब तू पॉजिटिविटी से भर जाता है, तो टॉक्सिक चीज़ों की जगह अपने आप खत्म हो जाती है।

क्या करें: एक नई चीज़ शुरू कर – जैसे किताब पढ़ना, जिम जाना, या दोस्तों के साथ टाइम बिताना।

कुछ एक्स्ट्रा टिप्स

  • सब्र रख: टॉक्सिक चीज़ें हटाने में टाइम लगता है।
  • खुद को दोष मत दे: जो टॉक्सिक है, वो तेरी गलती नहीं।
  • दोस्तों से बात कर: अपनी फीलिंग्स शेयर कर, ताकि बोझ हल्का हो।

टॉक्सिक फ्री लाइफ तेरे हाथ में है

भाई, अपनी लाइफ से टॉक्सिक चीज़ों को हटाना कोई जादू नहीं, बस थोड़ी मेहनत और समझ चाहिए। मैंने इन 6 स्टेप्स से अपनी लाइफ को हल्का किया। टॉक्सिक चीज़ों की लिस्ट बनाई, लोगों से दूरी बनाई, स्क्रीन टाइम कंट्रोल किया, ना बोलना सीखा, एनर्जी रीचार्ज की, और पॉजिटिविटी भरी। मेरा दोस्त जो पहले स्ट्रेस में रहता था, अब चैन से जीता है।

तो आज से शुरू कर। इन 6 स्टेप्स को आज़मा, और अपनी लाइफ को टॉक्सिक फ्री बना। जब तू हल्का महसूस करेगा, तो समझ जाएगा कि सच्ची खुशी यही है। क्या कहता है?

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top